पर आज हम बात करेंगे सचिन के 5 ऐसे विश्व रिकॉर्ड के बारे में जो शायद तब तक चलते रहेंगे जब तक क्रिकेट का खेल चलेगा और उन्हें शायद विराट कोहली भी ना तोड़ पाए।
सर्वाधिक टेस्ट मैचेस
पहला रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर का है जो शायद कभी ना टूटे वह है 200 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड। जी, हां! सचिन ने भारत के लिए 200 टेस्ट मैं 53.8 की औसत से 15921 रन बनाए। सचिन के बाद रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ का नाम आता है जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 168 टेस्ट मैच खेले थे। इसका मतलब कोई और सचिन के रिकॉर्ड के आसपास भी नहीं है। दूसरा कारण जो यह साबित करता है कि सचिन का रिकॉर्ड कभी नहीं टूटेगा वह यह है कि जब सचिन खेला करते थे तब T20 फॉर्मेट नहीं था और यह फॉर्मेट उनके रिटायर होने से बस कुछ ही साल पहले आया है। आज की बात की जाए तो एक देश T20 फॉर्मेट और अपने घरेलू टी-20 लीग के कारण 1 साल में औसतन 10 से 15 टेस्ट मैच खेलता है। भारत भी एक साल में लगभग 8 से 12 टेस्ट मैच खेलती है जिसके कारण सचिन का 200वां टेस्ट मैच का रिकॉर्ड टूटना नामुमकिन है।
सर्वाधिक ओडीआई रन
अगर वनडे क्रिकेट की बात की जाए तो वनडे में 10000 रन बनाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात होती है। वे अपने पूरे करियर में मेहनत करके 10000 रन के मुकाम तक पहुंचता है। आज तक वनडे क्रिकेट में मात्र 14 बल्लेबाज ही 10000 रन के मुकाम को छू पाए हैं। पर अगर सचिन की बात की जाए तो सचिन अपने पैमाने खुद बनाते हैं। सचिन ने वनडे क्रिकेट में 18426 रन बनाए हैं। इनके अलावा कोई और खिलाड़ी 15000 रन तक भी नहीं पहुंच पाया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या विराट कोहली ऐसी निरंतरता से खेलकर सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं या नहीं। यह काम इनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है।
भारत के लिए 463 वनडे
सबसे ज्यादा वनडे रन बनाने के अलावा सचिन सर्वाधिक वनडे खेलने वाले खिलाड़ी भी हैं। सचिन ने भारत के लिए मात्र 16 वर्ष की उम्र में पदार्पण किया था। और अपने 22 वर्ष 91 दिन लंबे ओडीआई करियर में सचिन ने 463 वनडे खेले जिसमें इन्होंने 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए जिसमें 96 अर्धशतक और 49 शतक शामिल थे। इसके अलावा करियर में वनडे में दो हजार से ज्यादा चौके मारे हैं। सचिन ने अपना आखिरी वनडे 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था जिसमें इन्होंने 52 रन की पारी खेली थी।
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन
जब से सचिन ने भारत के लिए खेलना शुरू किया था तब से सचिन का बस एक ही सपना था भारत को वर्ल्ड कप जिताना। और इस सपने को पूरा करने के लिए इन्होंने कड़ी मेहनत की। सचिन भारत के लिए 6 वर्ल्ड कप खेले और आखिरकार 2011 में सचिन का सपना पूरा हो गया। भारत वर्ल्ड कप जीत गया। 1992 में अपना पहला वर्ल्ड कप खेलने वाले सचिन तेंदुलकर ने 56.95 की औसत से विश्व कप में 2278 रन बनाए हैं जिसमें 15 शतक और 6 शतक शामिल हैं। और कोई बल्लेबाज इनके आसपास भी नहीं है। क्रिकेट के महाकुंभ ओडीआई विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाना बड़ा ही मुश्किल काम है।
टेस्ट में 51 शतक
सचिन की बल्लेबाजी की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। हर किसी को अपने खेल से दीवाना बनाने की काबिलियत थी सचिन के पास। इनके पांचवें रिकॉर्ड की बात की जाए तो वह टेस्ट मैचों सबसे ज्यादा 51 शतक लगाने का रिकॉर्ड है। सचिन ने टेस्ट मैचों में 51 शतक लगाए जिसमें 22 शतक भारत में और 29 शतक भारत के बाहर लगाए ।सचिन के बाद पोंटिंग के 41 और कुमार संगकारा के 38 शतक हैं। 27 बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नर्वस नाइंटीज का आउट होने के बाद भी सचिन ने शतकों का शतक पूरा किया।
यह थे सचिन के सचिन क्रिकेट के भगवान यह थे 5 क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड जिनका टूटना बहुत ही मुश्किल है। सचिन तेंदुलकर हम सभी के दिल से कभी रिटायर नहीं होंगे। और इन्होंने भारतीय क्रिकेट को जितना है उतना कोई और खिलाड़ी नहीं दे पाया है ।
🙏धन्यवाद🙏
Image source-Twitter
No comments:
Post a Comment